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राजस्थान में पेपरलीक पर शुरू हुई राजनीति, नाथी के बाड़े के बाद अब मोदी के बाड़े ही हुइ एंट्री…

RASHTRADEEP NEWS

राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से पेपरलीक का मामला गर्माया गया। 6 माह तक पहले तक रीट पेपर लीक को लेकर नाथी का बाड़ा काफी चलन में आ गया था, वहीं अब मामला उल्टा हो गया और नीट का पेपर कहां मिलेगा मोदी तेरे बाड़े में का चलन शुरू हो गया। कांग्रेस पार्टी की ओर से नीट पेपर में हुई धांधली के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी जयपुर के कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान नया नारा सुनने को मिला। इसमें प्रदेश की पूर्व मंत्री ममता भूपेश ने ‘नीट का पेपर कहां मिलेगा, मोदी तेरे बाड़े में’ का नारा लगवाया।

राजस्थान में गत कांग्रेस सरकार के राज में राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) का पेपर लीक हुआ  तो विपक्ष की भूमिका में बीजेपी ने नारे लगाए थे कि ‘रीट का पेपर कहां मिलेगा, नाथी तेरे बाड़े में’। अब हालात ऐसे बदले कि अब कांग्रेस नीट पेपर आउट को लेकर नारा लगवा रही है। 

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि,

नीट परीक्षा के पेपर लीक में नकल माफियाओं की सच्चाई पूरे देश के सामने आ चुकी है। पेपर लीक के आरोपी स्वयं पेपर लीक का अपराध स्वीकार कर चुके हैं। ऐसे में नीट पेपर आउट हुआ है इसमें कोई शक नहीं बचा।

केंद्र सरकार को बिना किसी देरी किए यूजीसी नेट की तरह नीट की परीक्षा भी रद्द कर देनी चाहिए। इतना ही नहीं देश के लाखों युवाओं के भविष्य का सौदा करने वालों के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर कहा कि एनटीए की ओर से जब नेट में गडबडियों को स्वीकार कर पेपर रद्द कर दिया गया तो नीट पर आपत्ति क्यों है।


 नीट में पेपर लीक के पर्याप्त सबूत मिल गए, लेकिन केंद्र सरकार परीक्षा को रद्द नहीं कर रही। केंद्र की एनडीए सरकार मेडिकल जैसे संवेदनशील विषय की परीक्षा में गड़बड़ियां मिलने के बाद भी पेपर लीक नहीं मान रही। आरोपी ने कबूल कर लिया लेकिन भाजपा सरकार नहीं मान रही। यह स्थिति चौंकाने वाली है। 
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि देश में भाजपा शासित राज्यों तथा केंद्र सरकार के सेना, न्यायालय जैसे  50 से अधिक पेपर लीक हो चुके हैं। पेपर लीक के अंतरराज्यीय गिरोह तक सक्रिय हो गए हैं, यह चिंता का विषय है।

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