Iran Israel conflict 2025
पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच ईरान और इजराइल के बीच पिछले चार दिनों से लगातार हमले और पलटवार का सिलसिला जारी है। इसी बीच एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया अब तेज़ी पकड़ रही है। ईरानी सरकार ने विदेशी नागरिकों को देश छोड़ने की इजाजत दे दी है, जिससे भारत समेत कई देशों ने राहत की सांस ली है। सूत्रों के मुताबिक, भारत सरकार ने ईरान में फंसे 10,000 से अधिक भारतीय नागरिकों, जिनमें करीब 1,500 छात्र शामिल हैं, की सुरक्षित वापसी के लिए रणनीति बना ली है। भारत ने इसके लिए ईरान स्थित आर्मेनिया के राजदूत से भी संपर्क किया है।
नॉरदुज बॉर्डर से होगी छात्रों की सुरक्षित निकासी
भारतीय नागरिकों को ईरान के नॉरदुज लैंड बॉर्डर के जरिए आर्मेनिया ले जाया जाएगा। इसके लिए ईरान के विभिन्न शहरों से छात्रों को बसों में नॉरदुज बॉर्डर तक पहुंचाया जाएगा, जहां से उन्हें आर्मेनिया के येरेवन एयरपोर्ट तक ट्रांसफर किया जाएगा। वहां से विशेष विमान के ज़रिए उन्हें भारत लाने की योजना बनाई गई है।
ईरान ने जारी किए निर्देश – पहले से देनी होगी यात्रा की पूरी जानकारी
ईरान के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि मौजूदा स्थिति में भले ही हवाई मार्ग प्रभावित हैं, लेकिन लैंड बॉर्डर्स अभी भी खुले हैं। देश छोड़ने वाले विदेशी नागरिकों को, प्रस्थान से पहले, जनरल प्रोटोकॉल विभाग के माध्यम से अपना नाम, पासपोर्ट नंबर, वाहन की जानकारी, प्रस्थान का समय और चुने गए बॉर्डर की डिटेल्स उपलब्ध करानी होंगी।
इस जटिल लेकिन संवेदनशील मिशन के लिए भारतीय दूतावास और स्थानीय प्रशासन मिलकर काम कर रहे हैं ताकि हर नागरिक की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके।