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T-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड-अफ्रीका के लिए विलेन बनी बारिश:भारत को मिल रहा फायदा; ऑस्ट्रेलिया में क्यों हो रही ज्यादा बारिश?

28 अक्टूबर को टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की भिडंत होनी थी। सेमीफाइनल के लिहाज से दोनों टीमों के लिए ये मैच जीतना काफी अहम था, लेकिन तेज बारिश ने सारा खेल खराब कर दिया। इसी दिन मेलबर्न में आयरलैंड और अफगानिस्तान के बीच होने वाला एक और मैच बारिश की भेंट चढ़ गया।

अब तक टी-20 वर्ल्ड कप के सुपर-12 राउंड के 16 में से 5 मैच बारिश में धुल चुके हैं। इसने कई दिग्गज टीमों के समीकरण को बिगाड़ दिया है। भास्कर एक्सप्लेनर में जानें कि आखिर ऑस्ट्रेलिया में ये बेमौसम बारिश आई कहां से और इसका टी-20 वर्ल्ड कप पर क्या असर पड़ेगा?

सबसे पहले जानते हैं ऑस्ट्रेलिया के सीजन के बारे में…
आमतौर पर ऑस्ट्रलिया में गर्मी दिसंबर से फरवरी तक होती है। सबसे ज्यादा ठंड जून और जुलाई में पड़ती है। सितंबर से नवंबर तक वसंत का मौसम रहता है। अब आप कहेंगे कि बारिश कब होती है?

दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में बारिश का मौसम काफी लंबा होता है। नवंबर के अंत में बारिश शुरू होती है और मई तक चलती है। जिस तरह की बारिश वहां अभी हो रही है वो आमतौर पर मार्च से मई के बीच होती है। अक्टूबर में यहां कभी-कभार ही हल्की-फुल्की बारिश होती है।

क्या ICC को ऑस्ट्रेलिया के मौसम का अंदाजा नहीं था?
टी-20 वर्ल्ड कप के 5 मैचों के बारिश की चपेट में आने के बाद लोग आयोजन स्थल को लेकर ICC की आलोचना कर रहे हैं। सवाल है कि क्या आयोजन स्थल तय करने से पहले वहां के मौसम के बारे में नहीं सोचा गया था?

इस सवाल का सटीक जवाब यह है कि नवंबर से मार्च महीने के बीच ही ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट मैच का सीजन होता है। इस वक्त यहां वसंत होता है। ऐसे में आयोजन स्थल के बारे में शिकायत करना बिल्कुल भी उचित नहीं है। खासकर तब जब मेलबर्न के अलावा मैच आयोजित करने वाले दूसरे शहरों में मौसम अच्छा रहा है।

ऑस्ट्रेलिया में मौसम की सटीक भविष्यवाणी करना इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि यहां कभी भी चक्रवात या तूफान आ जाते हैं। वर्ल्ड-कप के दौरान हो रही बारिश की एक बड़ी वजह भी एक तूफान ही है।

टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान ज्यादा बारिश की वजह है ‘ला नीना’
टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया में ज्यादा बारिश होने की वजह मौसम विज्ञान ब्यूरो ने ‘ला नीना’ को बताया है। इसकी वजह से ही यहां इस साल औसत से ज्यादा बारिश की संभावना बताई गई है। मौसम विभाग का मानना है कि प्रशांत महासागर के बीच में भूमध्यरेखीय क्षेत्र के आसपास समुद्र की सतह पर तापमान में कमी होने की वजह से ऐसा हो रहा है।

इस साल मौसम चक्र में होने वाले बदलाव का असर यहां दिखने लगा है। अक्टूबर महीने में मेलबर्न में औसत बारिश 65mm है जबकि यहां 120mm से भी ज्यादा बारिश हो चुकी है।

टी-20 वर्ल्ड कप में किन देशों के बीच होने वाला 5 मैच रद्द हुआ?
टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के शुरू होने के बाद अब तक 5 मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया है। 16 अक्टूबर 2022 को टी-20 वर्ल्ड कप शुरू होने के ठीक 7 दिन बाद 24 अक्टूबर को पहली बार बारिश की वजह से होबार्ट में होने वाला जिम्बाब्वे और साउथ अफ्रीका का मैच बारिश की भेंट चढ़ा। इसके बाद एक-एक कर 4 और मैच रद्द हुए। ये सभी मैच मेलबर्न या होबार्ट में आयोजित हुए थे।

बारिश से टी-20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के मजबूत टीमों को ज्यादा नुकसान
टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही टूर्नामेंट जीतने के प्रबल दावेदार थे, लेकिन अब दोनों ही टीमों के लिए सेमीफाइनल में जगह बनाना एक बड़ी चुनौती है। ग्रुपवाइज स्थिति देखते हैं…

ग्रुप-1: अब तक इंग्लैंड के दो मैच बारिश की भेंट चढ़ गए हैं, जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ एक मैच में इंग्लैंड को जीत मिली है। इस तरह 3 मैच में इंग्लैंड को 3 अंक मिले हैं। इस तरह ग्रुप-1 में वह दूसरे स्थान पर है। जबकि न्यूजीलैंड 3 मैच में 5 अंकों के साथ ग्रुप-1 में पहले स्थान पर है।

ग्रुप-2ः साउथ अफ्रीका का एक मैच बारिश से प्रभावित हुआ। 2 मैच खेलकर 3 अंकों के साथ साउथ अफ्रीका ग्रुप- 2 में दूसरे नंबर पर है। वहीं, भारत का कोई मैच बारिश से प्रभावित नहीं हुआ तो 2 मैच जीतकर 4 अंकों के साथ भारत ग्रुप- 2 में पहले नंबर पर है।

एक मैच का पूरे टूर्नामेंट पर असर
बारिश की वजह से साउथ अफ्रीका के एक और इंग्लैंड के दो मैच प्रभावित हुए हैं। ऐसे में दोनों टीम आगे चाहे कितना भी अच्छा प्रदर्शन करें, लेकिन अब इसका असर टूर्नामेंट पर जरूर दिखने वाला है। इसे टी-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट के एक किस्से से समझते हैं…

पिछले साल UAE में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार गई थी। लेकिन, टूर्नामेंट के बाकी 4 मैचों में उसे जीत मिली थी। 5 में से 4 मैचों में जीत के बाद भी अफ्रीका अंत में रन रेट के कारण ऑस्ट्रेलिया से पिछड़ गया। इस तरह साउथ अफ्रीका सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गया।

अभी तक टी-20 वर्ल्डकप 2022 के 5 मैचों में बारिश ने खलल डाला है। इसमें 4 मैच को रद्द कर दिए गए। वहीं, 26 अक्टूबर को आयरलैंड और इंग्लैंड के मुकाबला का नतीजा डकवर्थ लुईस नियम के जरिए आया।

अब सवाल उठता है कि डकवर्थ लुईस नियम क्या है?
फ्रैंड डकवर्थ और टोनी लुईस ने बारिश की वजह से जिन मैचों के फैसले नहीं हो पाते थे, उनके लिए एक फॉर्मूला बनाया था। इसी को डकवर्थ लुईस फॉर्मूला कहा गया। 1997 में पहली बार इंटरनेशनल मैच में इसका इस्तेमाल किया था।

इससे पहले किसी मैच के बीच में बारिश होने पर ICC सिर्फ औसत रन के हिसाब से फैसला करती थी। यानी मैच में जिस टीम ने बारिश के समय तक औसत से ज्यादा रन बनाए होते थे, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता था।

इस पुराने नियम में विकेट गिरने की बात का ख्याल नहीं रखा जाता था, जबकि डकवर्थ-लुईस नियम में बारिश से बाधित मैच तक के ओवरों में दोनों टीमों के औसत रन और विकेट को भी ध्यान में रखा जाता है।

टी-20 वर्ल्डकप में आगे और कितना खलल डालेगी बारिश?
पहले बात आज के भारत-साउथ अफ्रीका मुकाबले की। यह मैच ऑस्ट्रेलिया में जब शाम सात बजे से शुरू होगा, तब भारत में शाम के 4:30 बज रहे होंगे। वेदर.कॉम के मुताबिक, पर्थ में रविवार को शाम सात बजे से बारिश की संभावना नहीं है। रात नौ बजे के बाद 2% बारिश की आशंका है। मैच के दौरान पर्थ में उच्चतम तापमान 17 डिग्री रहेगा जबकि औसत तापमान 15 डिग्री के आसपास रहेगा। ऐसे में दोनों ही टीमें जब मैदान में होंगी तो मौसम ठंडा होगा।

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