RASHTRA DEEP NEWS
जिलाध्यक्ष की ताजपोशी के बाद पदाधिकारियों की घोषणा आखिर गुरुवार को गई, लेकिन इससे पहले अंदरखाने मची ‘रार’ ने सूची को अटकाए रखा। जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल पूर्व में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री रह चुके हैं, दो बार विधायक का चुनाव लड़ चुकी है, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा के हस्तक्षेप के बाद कार्यकारिणी पर घोषित होने के चार-पांच घंटे बाद ही रोक लगा दी गई है,
राजस्थान में चुनाव 2023 में ही है, अभी राजस्थान में कई जिलों में जिला कार्यकारिणी की घोषणा होना बाकी है, प्रदेश नहीं चाहेगा कि बाकी जिलों में भी कार्यकारिणी में किसी भी प्रकार की आपसी मतभेद हो,
सात उपाध्यक्ष, तीन महामंत्री, सात मंत्री एवं एक कोषाध्यक्ष बनाया है, लेकिन जहां पदाधिकारियों की ओर से खुशी मनाई जा रही थी तो वहीं देर रात भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने इस सूची पर फिर रोक लगा दी है। फिलहाल सूची को होल्ड कर दिया गया है।जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल ने जिलाध्यक्ष बनने के बाद सूची प्रदेश को भेज दी थी, लेकिन कुछ लोगों के कथित हस्तक्षेप के बाद यह सूची प्रदेश स्तर पर अटकी रही। कई बार सूची जारी करने को लेकर कही गई, लेकिन हर बार मामला अटक गया। पार्टी सूत्रों का दावा है कि एक पदाधिकारी ने प्रदेश स्तर तक धमकी दी। इसके बाद गुरुवार को यह सूची जारी हुई। इस सूची में दूसरे गुट के लोगों को तवज्जो नहीं मिली। कार्यकारिणी में पिछले काफी सालों से जमे पदाधिकारियों को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया। इसके अलावा सभी समाजों को साधने की कोशिश की गई है। कार्यकारिणी में जाट समाज से पांच, ब्राह्मण समाज से तीन, तीन वैश्य, दो जाटव, दो माली-कुशवाह, एक यादव, एक ठाकुर को शामिल किया गया है। इसमें जिलाध्यक्ष गुट से 10, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा के दो, दो आरएसएस, दो पूर्व मंत्री कृष्णेंद्र कौर दीपा समर्थक व पूर्व जिलाध्यक्ष गिरधारी तिवारी गुट से एक नाम बताया जा रहा है। सूची को सिर्फ फिलहाल रोका गया है। जल्द कार्यकारिणी घोषित कर दी जाएगी।