





RASHTRA DEEP NEWS BIKANER। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब सचिन पायलट की यात्रा और 15 दिन के अल्टीमेटम को लेकर फैसला होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पायलट के खिलाफ अभी एक्शन पैंडिंग रखने के संकेत दिए, लेकिन पायलट पर तंज भी कसा है। रंधावा ने कहा- कांग्रेस कभी किसी को नहीं निकालना चाहती। रंधावा ने संजीवनी घोटाले पर कार्रवाई की मांग नहीं करने को लेकर भी पायलट पर सवाल उठाए। रंधावा जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन लेने और पार्टी से निकालने की अटकलों के सवाल पर रंधावा ने कहा- कांग्रेस पार्टी तो कभी किसी को नहीं निकालना चाहती। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जो हर आदमी का सत्कार करती है। जो पुराने हैं उनको तो कभी भी नहीं छोड़ेगी। कांग्रेस को कोई छोड़ गया, लेकिन कांग्रेस ने किसी को नहीं छोड़ा। जो छोड़ कर गया उसका जो हाल हुआ वह सब जानते हैं।
पायलट पार्टी की मीटिंग में क्यों नहीं बोले? सचिन पायलट की यात्रा पर रंधावा ने कहा- यह उनकी निजी यात्रा थी। इस यात्रा से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। यात्रा होनी चाहिए लेकिन पार्टी प्लेटफार्म पर बात होनी चाहिए। पायलट को पार्टी की मीटिंग में बात उठानी चाहिए थी। मीटिंग में बोलना चाहिए था। पार्टी की मीटिंग में बोलते तो वहीं पूरी कांग्रेस के लीडर बैठे रहते, वहीं बात होनी चाहिए। अगर मीटिंग में वहां बात नहीं होती तो फिर हम कहते कि उनकी सुनी नहीं गई। जवाब नहीं दिया गया।
संजीवनी घोटाले में गजेंद्र सिंह के खिलाफ कार्रवाई की बात भी करते
पायलट
रंधावा ने कहा, यात्रा निकालें, लेकिन कर्नाटक चुनावों की वोटिंग से पहले यात्रा का अनाउंसमेंट किया। कर्नाटक इलेक्शन की वोटिंग से पहले यात्रा निकालना अच्छी बात नहीं है। मैं समझता हूं, करप्शन के खिलाफ गुस्सा जरूर होता है। मैं भी चाहता हूं कि करप्शन के खिलाफ कार्रवाई हो। उनको यह भी कहना चाहिए कि अभी तक गजेंद्र सिंह शेखावत के संजीवनी घोटाले में कार्रवाई नहीं हो रही । वसुंधरा राजे के समय का करप्शन है तो उसकी भी टाइम बाउंड जांच होनी चाहिए। पायलट को संजीवनी घोटाले में गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कार्रवाई की बात भी करनी चाहिए थी।
पायलट तथ्यों के साथ आरोप लगाते तो मैं उनके समर्थन में आने वाला पहला आदमी होता । मैं भी इनकी टाइम बाउंड जांच की बात कहता । करप्शन के अगेंस्ट मैं भी हूं। मैं भी चाहता हूं कि एक्शन होना चाहिए, लेकिन साथ ही उनकी संजीवनी की बात भी करनी चाहिए थी।
पायलट तथ्यों सहित आरोप लगाते तो सीएम से जांच की मांग करता सचिन पायलट के आंदोलन के अल्टीमेटम पर रंधावा ने कहा- अल्टीमेटम पर तो मुख्यमंत्री जवाब देंगे। मैं यही कहूंगा, कि अगर कोई गड़बड़ी की बात है तो सीधे ऐसे कह देना कि इंक्वायरी होना चाहिए, इसकी बजाय पहले फैक्ट्स के साथ आना चाहिए था। जो आरोप लगाए हैं उनको पब्लिक में लेकर आना चाहिए था। अगर पूरे तथ्य रखकर आरोप लगाते तो सुखजिंदर सिंह पहला आदमी होगा जो मुख्यमंत्री से कहता कि इनकी टाइम बाउंड इंक्वायरी करवाकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल होना चाहिए।
पायलट मामले में हाईकमान को रिपोर्ट भेजी, पायलट मामले में हाईकमान को रिपोर्ट भेजने के सवाल पर रंधावा ने कहा- पार्टी हाईकमान को तो रोज ही रिपोर्ट भेज देता हूं। कौन क्या कह रहा है और क्या कर रहा है। कौन कांग्रेस के लिए काम कर रहा है। कौन कांग्रेस के खिलाफ काम कर रहा है। यह रिपोर्ट रोज ही हाईकमान को भेज देता हूं।
राजनीति में कोई स्थायी दोस्त-दुश्मन नहीं होता, गहलोत और पायलट में दूरियों से चुनावों में नुकसान के सवाल पर रंधावा ने कहा- पॉलिटिक्स में कभी कोई परमानेंट दोस्त नहीं होता कोई परमानेंट दुश्मन नहीं होता। पायलट आप सबके सामने बात करेंगे। तब सब आपको बताएंगे और सबके सामने बात करेंगे।