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राजस्थान के 45000 प्राइवेट स्कूलों के पर भजनलाल सरकार कैंची चलाने वाली है। फिलहाल राज्य के सभी स्कूलों में 1 से 8 वीं क्लास के स्टूडेंट की गर्मियों की छुट्टियां चल रही है। वहीं कक्षा 9 से 12 के बच्चों के छुट्टियां की घोषणा अगले सप्ताह कर दिए जाएंगे। जुलाई महीने में जब स्कूल फिर से शुरू होंगे तो उस समय फीस , यूनिफॉर्म और बुक्स को लेकर कवायद शुरू होगी। इसके मुताबिक इन सारी चीजों के फीस भी उतनी ही ली जाएगी जितनी सरकार की तरफ से तय की जाएगी। फिलहाल राजस्थान के प्राइवेट स्कूलों में 25 हजार सालाना से लेकर 5 लाख सालाना तक स्कूल फीस ली जाती है।
राजस्थान सरकार प्राइवेट स्कूल के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर एक कमेटी बना रही है इस कमेटी में बच्चों के माता-पिता को भी शामिल किया जा रहा है। कमेटी और सरकार मिलकर स्कूल की फीस तय करेगी। ये भी तय किया गया है कि बच्चों के अभिभावक स्कूल के बाहर से यूनिफॉर्म और बुक्स खरीद सकते हैं। कई प्राइवेट स्कूल में कक्षा 8 तक के बच्चों का कोर्स ही 10 हजार सालाना तक का है। वहीं स्कूल यूनिफार्म के 5 हजार तक देने पड़ते हैं।
आशीष मोदी ने कहा कि स्कूल में फीस और अन्य खर्चों का निर्धारण फिलहाल हम 3 साल के लिए कर रहे हैं। किसी भी स्कूल ने तय फीस के अलावा अगर फीस ली है तो माता-पिता पोर्टल पर शिकायत कर सकते हैं। मोदी ने यह भी कहा कि किसी भी तरह का छुपा हुआ खर्च फीस में शामिल नहीं किया जाएगा। अब स्कूलों में हर महीने स्टूडेंट के माता-पिता और टीचर्स की मीटिंग होगी। जो भी कोर्स मंगाया जाएगा वह राजस्थान सरकार या भारत सरकार से अनुमोदित होगा। पेन, पेंसिल, कलर या अन्य चीजों के अतिरिक्त दाम नहीं लिए जा सकेंगे।