






RASHTRA DEEP।
वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर कार्रवाई को लेकर एक बार फिर सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला है। पायलट ने रविवार को कहा कि हमने पटवारी पर छापे मारने के लिए वोट नहीं मांगे थे। अनशन के दो सप्ताह के बाद भी सरकार ने कार्रवाई नहीं की है, यह अनशन पार्टी के हित में था।
सचिन पायलट रविवार को जयपुर के झारखंड महादेव पहुंचे। यहां उन्होंने कहा- वसुंधरा राजे की सरकार में तमाम माफिया पनपा हम राष्ट्रपति से मिले। ज्ञापन दिया। किसी ने गलती की है तो सजा मिलनी चाहिए। अनशन के दो हफ्ते बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है, इसलिए फिर से आग्रह कर रहा हूं। 2013 से 2018 के बीच जब लोगों के बीच गए तो मुद्दा ये था कि वसुंधरा के भ्रष्टाचार को खोलेंगे।
पायलट ने नेताओं से कहा था- भाजपा के करप्शन पर सवाल उठाना पार्टी विरोधी गतिविधि कैसे हो गया? बताया जाता है कि सचिन पायलट ने अनन के बाद प्रदेश प्रभारी और सीएम की भूमिका को लेकर उनसे बात करने वाले नेताओं के सामने तल्खी दिखाई। पायलट ने नेताओं को अपना स्टैंड दोहराते हुए कहा कि बीजेपी राज के करप्शन पर जांच ओर कार्रवाई की मांग करना कांग्रेस विरोधी गतिविधि कैसे हो गया? इसी बात को दोहराते हुए उन्होंने रविवार को कहा कि मैंने भाजपा राज के भ्रष्टाचार की बात की, यह तो पार्टी के हित में था ।

हम महात्मा गांधी की पार्टी से आते हैं, जहां अन्याय और गलत पर अनशन किया जाता है। मैंने भी अनशन किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सरकार ने कार्रवाई की है, कुछ कार्रवाई हुई है, लेकिन हमने पटवारी पर कार्रवाई करने के लिए वोट नहीं मांगे थे। हमने वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार के दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए जनता से वोट मांगे थे।
पायलट अब फील्ड में उतरकर करप्शन का मुद्दा गर्माने की तैयारी में, सचिन पायलट ने पिछले दिनों झुंझुनू के खेतड़ी में हुई सभा में बीजेपी राज के करप्शन का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि हमने वसुंधरा राजे सरकार पर करप्शन के आरापे लगाकर वोट लिए, उस पर तो कार्रवाई होनी ही चाहिए। हमने चुनावों में जो वादा किया उस पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई है। इस मुद्दे पर अनशन किया लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पायलट ने जिस तरह के तेवर सभा में दिखाए वही तेवर हाईकमान से जुड़े नेताओं के सामने दिखाए हैं। पायलट की प्रदेश के कई और इलाकों में सभाओं की तैयारी चल रही है।
