RASHTRADEEP NEWS – राजस्थान भाजपा के जिलाध्यक्षों की घोषणा का मामला उलझता ही जा रहा है। जिसके चलते भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष रविवार को जयपुर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए जितने जिला अध्यक्ष जरूरी हैं, फिलहाल उतने ही जिलाध्यक्षों की घोषणा करेंगे। जहां विवाद है वहां प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा के बाद उन जिलों की घोषणा होगी।
देखा जाए तो राजस्थान भाजपा के 44 जिला संगठन इकाइयां बना रखी हैं। प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के लिए 23 जिलाध्यक्षों की घोषणा होना जरूरी है। जिसके चलते पार्टी का फोकस है कि, कैसे भी करके कम से कम 23 जिलाध्यक्षों की घोषणा बिना किसी विवाद के करनी होगी।
इन जिलों में सबसे ज्यादा विवाद की आशंका
उनमें जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, अजमेर, सीकर, सिरोही, भीलवाड़ा, बारां, झालावाड़, धौलपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और उदयपुर जिले शामिल है। पार्टी यहां जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर विशेष सावधानी बरत रही है। बताया जा रहा है कि यहां बड़े नेताओं के बीच एक-दो नामों पर सहमति नहीं बन पा रही है। कई जिलों से तो चार से ज्यादा नाम जिला अध्यक्षों के लिए आए हैं। जिसके लिए प्रदेश के चार बड़े नेताओं की समिति तैयार कर रही है। इन नेताओं में पूर्व राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी शामिल है। यह नेता प्रत्येक जिले से दो नए चेहरे, एक पूर्व जिला अध्यक्ष और एक वर्तमान जिला अध्यक्षों की सूची तैयार कर रहे हैं। यही सूची रविवार को बी.एल. संतोष के समक्ष रखी जाएगी।