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राजस्थान में बिजली किल्लत और कटौती को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्री पर सदन को गुमराह करने का अरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंत्री जवाब दे रहे हैं कि प्रदेश में 22 घंटे बिजली की सप्लाई कर रहे हैं।जबकि मई में 25 फीसदी और जून में 28 फीसदी कम बिजली है तो फिर इतनी सप्लाई कहां से दे रहे हैं। वहीं, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि हम अतिरिक्त बिजली खरीदकर डिमांड पूरी कर रहे।।
विधानसभा में बिजली किल्ल्त को लेकर प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस ने कुछ देर के लिए हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस विधायक इंद्रा मीणा ने मंत्री के जवाब पर सवाल उठाए। जूली ने कहा कि मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं। सवाल के जवाब गलत है, जवाब में 22 घंटे बिजली देने की बात कह रहे हैं। जवाब में यह भी लिखा कि मई में 25 फीसदी और जून में 28 फीसदी कम बिजली है तो फिर 22 घंटे बिजली कहां से दे रहे हैं। सीएम ने निर्देश दिए थे कि कटौती नहीं होनी चाहिए और कटौती हुई तो जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होगी, अब तक कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई की। ऊर्जा मंत्री ने टोंक में कहा था कि बिजली में कांग्रेस राज में गलत एमओयू हो गया 900 लाख यूनिट वापस देनी पड़ रही है। दूसरे ही दिन आप जयपुर में कह रहे थे कि 147 लाख यूनिट वापस कर रहे हैं। जब आप कांग्रेस के समय के सारे एमओयू कैंसिल कर रहे हैं तो यह बिजली वाला एमओयू भी कैंसिल कर दीजिए।
उर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने सदन में कहा कि, रात में बिजली किल्लत की मांग हम अतिरिक्त बिजी खरीदकर पूरा कर रहे हैं। यह डबल इंजन की सरकार है। केंद्रीय उपक्रमों से 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली ले रहे हैं। एक्सचेंज से खरीदकर आपूर्ति कर रहे हैं। ऊर्जा मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष के पूरक सवाल पर कहा कि बिजली की 25 प्रतिशत कमी नहीं है, पिछले साल से डिमांड ज्यादा है। आपके समय पावर प्लांट 52 फीसदी की क्षमता से चलते थे, हमने 74 फीसदी क्षमता से चलाकर बिजली की आपूर्ति करते हैं।