RASHTRA DEEP NEWS।
प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी के मुखिया में कोई बदलाव नहीं होगा। अब 31 दिसंबर तक मौजूदा सीएस उषा शर्मा ही मुख्य बनी रहेंगी। भारतीय कार्मिक विभाग (DoPT) ने उषा शर्मा की सेवा को 6 महीने के लिए सेवा विस्तार (सर्विस एक्सटेंशन) किया है। अब प्रदेश में नए साल में नई सरकार के साथ ब्यूरोक्रेसी का नया मुखिया भी मिलेगा।
30 जून को होना था रिटायमेंट, बता दें कि 31 जनवरी 2022 को प्रदेश में 13 साल बाद किसी महिला को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी थी जिनका नाम उषा शर्मा है। 30 जून को वर्तमान चीफ सेक्रेटरी उषा शर्मा का रिटायमेंट होना था, लेकिन अब चुनावी साल में सीएम गहलोत ने मुख्य सचिव में बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया। इसके साथ 1985 बैच की आईएएस उषा शर्मा को 31 दिसंबर तक के लिए सेवा विस्तार दे दिया गया है। उषा शर्मा प्रदेश की दूसरी ऐसी महिला आईएएस अधिकारी हैं जो मुख्य सचिव के रूप में पद संभाल रही हैं। इससे पहले साल 2009 में कुशाल सिंह राज्य की पहली महिला मुख्य सचिव बनी थीं। उषा शर्मा लंबे समय तक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थीं। जिन्हें राज्य सरकार के आग्रह पर 30 जनवरी को ही केंद्र सरकार ने उनके मूल कैडर के लिए रिलीव किए थे। रिलीव होने के दूसरे दिन 31 जनवरी 2022 को उषा शर्मा को के पद पर नियुक्ति मिली थी।
कुछ घंटों में हुई फाइल किलियेर, बता दें कि 30 जून को उषा शर्मा के रिटायरमेंट के साथ ही प्रदेश में नए मुख्य सचिव का नाम तय होना था. जिनमें सुबोध अग्रवाल, वीनू गुप्ता, शुभ्रा सिंह में से एक नाम तय होना था, लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बनने के चलते सीएम गहलोत ने उषा शर्मा को ही एक्सटेंशन देने का निर्णय लिया. बताया जा रहा है कि 24 घंटे से भी कम समय मे उषा शर्मा की एक्सटेंशन की फाइल दिल्ली डीओपीटी से क्लियर हो गई. बुधवार देर शाम को उषा शर्मा के एक्टेंशन की फाइल दिल्ली भेजी गई थी. जिसे गुरुवार शाम तक क्लियर कर दिया गया. हालांकि उषा शर्मा की एक्टेंशन की फाइल को तुरंत मंजूरी मिलने के पीछे दिल्ली की ब्यूरोक्रेसी की बड़ी भूमिका मानी जा सकती है।