



RASHTRA DEEP NEWS। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले एक और नया ‘बखेड़ा’ खड़ा हो गया है. यूथ कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के लिए मतदान हुआ था। उसमें लगभग दो महीने लग गए। चुनाव को पारदर्शी तरीके से कराए जाने की बात हुई और दावे भी किए गए लेकिन 13 मई को घोषित हुए नतीजों पर तीन दिन बाद ही सवाल उठ गए।
सुधींद्र मूंड और यशवीर सूरा दोनों अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में थे लेकिन जब रिजल्ट घोषित हुआ तब सुधींद्र मूंड और यशवीर सूरा, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। 30 हजार से अधिक मतों से अभिमन्यु पूनियां पहले स्थान पर रहे लेकिन अभी तक दिल्ली में इन्हें, इंटरव्यू के लिए नहीं बुलाया गया है। उन्हें अभी 15 दिनों का समय दिया जा रहा है। इस चुनाव में अभिमन्यु भी ‘गुटबाजी’ के चक्रव्यूह में फंस गए हैं।
अभिमन्यु पूनियां का कहना है कि, अभी 15 दिन का समय दिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही कोई निर्णय हो सके। राजस्थान यूथ कांग्रेस के प्रभारी मोहम्मद शाहिद का कहना है कि अभी दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक चल रही है। पंजाब, असम और राजस्थान का परिणाम अभी घोषित नहीं हुआ है। ऐसे में थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव पूरी तरह से फेयर हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि इस मामले पर अभिमन्यु भले ही उम्मीद कर रहे हैं लेकिन अभी परिणाम नहीं आने की संभावना है। अभिमन्यु सचिन पायलट को अपना नेता मानते हैं और जो स्थिति बनी हुई है ऐसे में अभी कुछ संभव नहीं है।
परिणाम पर विरोध और इन्हें मिला इतने वोट, दरअसल, चुनाव में कुल वोटिंग करीब 20 लाख से ज्यादा हुई थी। काउंटिंग के दौरान 7 लाख 70 हजार वोट ही काउंट किए गए थे। कुल 12 लाख 30 हजार वोटों को खारिज किया गया था। सुधींद्र मूंड और यशवीर सूरा का कहना था कि जो वोट खारिज किए गए थे किस आधार पर हुए थे। उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग हुई थी। चुनाव में अभिमन्यु पूनिया को 230079, सुधींद्र मुंड 197385 यशवीर सुरा 159640 को वोट मिले थे।
